शिक्षक संघ (शेखावत) के सम्मेलन में उमड़ा शिक्षकों का सैलाब, प्रदेश के हजारों शिक्षक सम्मेलन में हुए शामिल
ओ.पी.एस., डी.पी.सी., तबादला नीति तथा शिक्षा नीति पर हुआ मंथन
बाड़मेर@डीपी न्यूज। राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) का 60 वॉं राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन बीकानेर बाई पास पर हर्षिता मैरिज गार्डन, सीकर में प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग की अध्यक्षता में हुआ। सम्मेलन के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक कां. अमराराम व पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा बने। सम्मेलन का उद्घाटन प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुआ।
प्रांतीय सदस्य दिलीप बिरडा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष भोमाराम गोयल ने बताया कि सीकर जिलाध्यक्ष विनोद पूनिया द्वारा स्वागत भाषण बाद अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कॉ. अमराराम ने शिक्षकों की माँगों का समर्थन करते हुए संगठन के क्रियाकलापों की सराहना की तथा PFRDA क़ानून को निरस्त करने का आह्वान किया। संगठन के प्रदेश महामंत्री उपेन्द्र शर्मा ने अपने प्रतिवेदन में शैक्षिक मुद्दों पर चर्चा करते हुए गैर शैक्षिक कार्यों के बहिष्कार, OPS की निरंतरता, तीन सत्र की बकाया DPC, स्थायी स्थानान्तरण नीति, राष्ट्रीय शिक्षा नीति की समीक्षा, शिक्षकों की वेतन विसंगति सहित शिक्षकों के विभिन्न मुद्दों को रेखांकित कर एकजुटता के साथ संघर्ष का आह्वान किया। जिला उपाध्यक्ष मदन जोगसन व अनिल परमार ने बताया मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर डॉ. संजीव कुमार ने काल्पनिक इतिहास लिखने की कुचेष्टा को रेखांकित किया तथा पाठ्यक्रम की वैज्ञानिकता को ख़त्म करने पर चिंता ज़ाहिर की, उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि लोकतंत्र और भाईचारे की रक्षा के लिए संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करें और अन्याय के ख़िलाफ़ संघर्ष करें। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक लक्ष्मणगढ़, गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि OPS पर ख़तरा मंडराने लगा है लेकिन इसकी रक्षा के लिए शिक्षकों के साथ हम संघर्ष करेंगे। विधानसभा में शिक्षकों के मुद्दों को उठाने में किसी प्रकार की कमी नहीं रखेंगे। किसी के साथ जुल्म नहीं होने देंगे।
सिणधरी ब्लॉक अध्यक्ष दीनदयाल सिंह व मदनलाल गुर्जर ने बताया प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग ने विभिन्न मुद्दों की चर्चा करते हुए PFRDA बिल को निरस्त करने के लिए 16 फ़रवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग लेने तथा 01 जुलाई 2024 से समस्त प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों के बहिष्कार की घोषणा की। 2008 में नियुक्त शिक्षकों की वेतन विसंगति कमेटी की सिफ़ारिशों के अनुसार दूर करने के आदेश जारी करने, आठवें वेतन आयोग का गठन करने, शहरी भत्ते की तर्ज़ पर ग्रामीण भत्ता दिये जाने, प्रयोगशाला सहायक जिन्होंने शिक्षक के समकक्ष योग्यता हासिल की है उन्हें समस्त परिलाभ शिक्षकों के समान देने, सभी संवर्गो के रिक्त पद भरने, नवक्रमोन्नत स्कूलों में नव सृजित पदों की वित्तीय स्वीकृति जारी करने, सभी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में अनिवार्य विषय व्याख्याता के पद स्वीकृत कर भरने, प्रबोधक को पदोन्नति सहित समस्त परिलाभ शिक्षकों के समान देने, कुक कम हेल्पर का मानदेय 18000 रु. करने, पेंशनर्स की समस्त समस्याओं का समाधान करने, 30 जून को सेवा निवृत होने वाले पेंशनर्स को वेतन वृद्धि का लाभ दिये जाने सहित कई प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किये। जिन्हें राज्य सरकार को भेजा जाएगा। सीकर शाखा के जिला मंत्री नागरमल गढ़वाल ने आभार व्यक्त किया। ध्वज अवतरण के साथ 60 वे राज्य शैक्षिक सम्मेलन के समापन की घोषणा की गई तथा 61 वॉं राज्य सम्मेलन कराने की ज़िम्मेदारी श्रीगंगानगर ज़िला शाखा ने ली।
बाड़मेर-बालोतरा से ये हुए शामिल:---
सम्मेलन में प्रदेश भर के 15 हजार से अधिक शिक्षक शामिल हुए। बालोतरा व बाड़मेर जिले से जिलाध्यक्ष भगवानाराम जाखड़ और जिला मंत्री विनोद पूनिया, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष भोमा राम गोयल के नेतृत्व में सैकड़ो शिक्षकों सहित समदड़ी ब्लॉक अध्यक्ष माधा राम माली,बालोतरा जिला संयोजक मदन जोगसन,जिला उपाध्यक्ष अनिल परमार व भंवरसिंह रोयल, सिणधरी ब्लॉक अध्यक्ष दीनदयाल सिंह, विष्णु चौहान, मनीष नाहर, भगवाना राम राणा विकास नेहरा,विकास पूनिया,मंजू बिजारणिया, सुरेंद्र कुमार, अनिल लाम्बा, अब्दुल सलीम, हरिराम,ओमप्रकाश बेनिवाल,भूपेंद्र सिंह, सुरेश फगेड़िया, सुनिता, कविता,राजेंद्र काजला, विनोद सैनी, तिल्लाराम जाखड़,मदनलाल गुर्जर भवानी शंकर गोदारा रणजीत, प्रेम महावर,सोहन,आनंद सेवदा सहित अनेक शिक्षक शामिल हुए।
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