DP NEWS MEDIA : सच खबरो का
प्राथमिक कक्षा,उसमें भी नन्हे-मुन्ने शिक्षार्थियों ने भाग लेकर अपनी दिखाई प्रतिभा।
धारणा की धरा पर बना यादगार मेला और बड़ा इतिहास। किसी ने बनाया पोस्टर,किसी ने चित्र, किसी ने मॉडल,तो किसी ने काव्य और गीतों से ज्ञान गंगा बहा दी और उस सरिता में सभी भीगे रहे।
कुछ रचनात्मक,तथ्यात्मक,रोचक मनमोहक,बाल रूपेण तथा कल्पनाशीलता पर आधारित गतिविधियां बच्चों को प्रिय लगी। यह है इस बात का प्रमाण उस भीड़ के मंजर से पता लग रहा था,मगर हर किसी शख्स को बहुत प्यारी और बेहतरीन लगी,जिसकी प्रशंसा में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी,जिसे नकारा नहीं जा सकता।इतना बेहतर सुपरिणाम मिलने का एक ही कारण था- *अजीम जी प्रेमजी फाउंडेशन की टीम* का बराबर मार्गदर्शन और धारणा के समस्त विद्यालयों से आये कर्मठ कार्यकर्ताओं की लगन और निष्ठा ने उस में चार चांद लगाए,जिसे किसी प्रकार से भुलाया नहीं जा सकता। भामाशाहों ने भी अपनी दरियादिली का उदाहरण प्रस्तुत किया तो दल प्रभारियों ने प्रतिभागियों को तैयार कर के बाल मेले में अपने साथ नन्हे-मुन्ने बालकों की उपस्थिति दर्ज कराई जो एक अजूबा कहा जा सकता है।अंदाज से परे इतना सब कुछ सुंदरतम कार्यक्रम दूर सुदूर तक सकारात्मक संदेश ले जाएगा,जिससे यह नन्हे मुन्ने बालक अपना,परिवार का,समाज का तथा देश की उन्नति के लिए कारगर साबित होगा।हिंदी,अंग्रेजी और पर्यावरण विषय को लेकर काफी गतिविधियां जो किसी ने पहली बार देखी और सुनी उन्होंने तो दांतों तले अंगुली दबाई और यह भी कहा कि मेले में यदि इस तरह के कार्यक्रम देखने को मिले हैं तो यह हमारा सौभाग्य माना जाएगा कि हमें निमंत्रित किया।इसके लिए इस फाउंडेशन टीम के कद्रदान हैं तथा जिन आयोजकों ने ऐसे आयोजन को सफल बनाने में अपना दमखम लगाया है व सच्चे गुरु,राष्ट्र निर्माता और शिक्षक की गरिमा के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।ऐसे मनुज वंदनीय है।
मास्टर-मोटा राम पंवार पनावड़ा।
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