सिवाना@डीपी न्यूज़ मीडिया
भाषा बदले कदम कदम पर,बदले वेशभूषा और पकवान,त्यौहारों से सजा भारत है,हमारा गणतंत्र रहे सदा महान!!मुल्क में ऐसी कोई जगह नहीं,जहां तिरंगा ना लहराया हो,मगर राज्य सरकार व विभागीय आदेशानुसार कोरोना की तीसरी लहर ने बालक बालिकाओं कीआकाक्षाओं को धूमिल कर दिया!ना मंच पर वो संगीत की धुन रही और ना ही नन्हे मुन्नों के थिरकते पांव थे!वे ओजस्वी भाषण भी अब काफी हद तक फीके से लगे,मगर समय की नजाकत के साथ केवल ध्वजारोहण की रस्म व राष्ट्रगान की मद्धिम स्वर था,जिससे कार्यक्रम अपेक्षा के अनुरूप नहीं होने से ग्रामीणों,भामाशाहों व बालक बालिकाओं के दिल को नहीं छू पाया!आखिर ऐसा वक्त व विपरीत परिस्थिति भविष्य में कभी नहीं आये,ऐसी आशा करते हैं!राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय धारणा में सोशियल डिस्टेंस के साथ गणतंत्र दिवस पर प्रधानाचार्य मदन लाल बुनकर ने ध्वजारोहण किया!रामनिवास व चंपालाल व्याख्याता ने भी विचार व्यक्त किये,जबकि कार्यक्रम का संचालन मोटा राम पंवार ने किया!सभी स्टाफ मौजूद थे!भारतीय संविधान की महानता,लोकतंत्र की अजेयता,एवम देश की एकता और अखंडता को समर्पित गणतंत्र का पावन पर्व हमें एकता,बन्धुत्व,कोई जातिभेद या लिंगभेद नहीं,भाईचारे के साथ संविधान व संविधान निर्माता का स्मरण कराता है!कोई छोटा या बड़ा नहीं है,भारत की धरा पर रहने वाला वह सबसे पहले भारतीय है,और भारत की एकता और अखंडता के लिये हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है!26 जनवरी1950 का वह स्वर्णिम दिन युगों युगों तक सबकी जुबानी रहेगा!
जय हिन्द,जय भारत!
Thank you sir mostly
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