डीपी न्यूज़: निर्मल कुमार।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के पोर्टल से NFSA राशन कार्ड धारकों के शुद्धिकरण व नये नाम जुड़वाने का लिंक एक साल से अधिक समय से बंद होने से उपभोक्ताओं के सामने बड़ी समस्या होनी लगी। लोग राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए ई मित्र केन्द्रों के चक्कर लगा रहे है। जिससे लोग परेशान है।
वहीं उन्हें नये सदस्य का नाम नहीं जुड़ पाने से राशन सामग्री से वंचित रहना पड़ रहा है। इसके अभाव में कई सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। राशन कार्ड में नये सदस्य का नाम जुड़वाने का पोर्टल लॉक डाउन से बंद चल रहा है। लोग राशन कार्ड में सदस्य का नाम जुड़वाने के लिए ई मित्र केन्द्रों के 1 साल से अधिक समय से चक्कर लगा रहे है। ई मित्र ऑपरेटरों द्वारा पोर्टल बंद होने की जानकारी दी जाती है। जबकि उसी पोर्टल पर नाम हटाने की प्रक्रिया चालू है। लोग के नाम नहीं जुड़ने से लोगों को कई योजनाओं के कार्य अटके हुए है। जैसे महिला के ममता कार्ड बनवाना, प्रसवकाल में राशन कार्ड अहम दस्तावेज व मूल निवास तथा आधार कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड में व्यक्ति का नाम होना अनिवार्य है। ऐसे में नाम नहीं होने से उनके कार्य नहीं हो पा रहे है।
नवविवाहित महिला का उसी पोर्टल से पीहर के राशन कार्ड में से नाम तो हट गया, लेकिन ससुराल में नाम नहीं जुड़ पा रहा है। जिससे वर्तमान में उनका कही भी नाम नहीं है। जिससे आगे प्रक्रिया रुकी हुई है। खाद्य विभाग के पोर्टल से नाम जुड़वाने का लिंक हटा देने से लोग परेशान है। वहीं लोगों को ने सदस्य का नाम राशन कार्ड में नाम नहीं होने से उसे राशन सामग्री से वंचित रहना पड़ रहा है। इस तरह से कई सरकारी योजनाओं के लाभ से लोगों को वंचित रहना पड़ रहा है।
इनका कहना है
“मेरी शादी को एक साल हो गया है मेरा नाम मेरे पीहर के राशन कार्ड से तो हटा दिया गया है। अब पोर्टल बंद होने से ससुराल में नही जोड़ा जा रहा है। राशन कार्ड में नाम नही जुड़ने से मेरा ममता कार्ड नही बन रहा है।
सुशीला स्थानीय ग्रामीण काठाड़ी
इनका कहना है
“खाद्य सुरक्षा लाभार्थियों के नाम जोड़ना का राज्य सरकार ने रोक लगा रखी है। राशन कार्ड सीडिंग और अन्य कार्य बाकी है।इस श्रेणी के पोर्टल से नाम जोड़ने का लिंक हटा दिया है।
निर्मल कुमार ई मित्र सीएससी संचालक मोतीसरा।
खाद्य सुरक्षा योजना
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